ADD

शाएरी शाएरी अब तुम्हारी शाएरी


दिल नै भी मेरी तमना की 
दिल नै भी खुद को समझाया
आया ना आया मुझे कोछ ना 
पर अशूं को छुपाना आगया
बालकृष्ण डी ध्यानी 


कवी बालकृष्ण डी ध्यानी

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