ADD

ढोल दमाऊं

ढोल दमाऊं


ढोल दमाऊं .........(२)

ढोल दमाऊं बजादी
सब थै दीदा बुलादी
थाप मा ओंक दीदा
हम थै भी नचा दी

ढोल दमाऊं .........(२)

बार त्योहार
लगदाण सब थै प्यारा
उन मा साथ तुम्हारा
दीदा जोर जोरम मा बजादी

ढोल दमाऊं .........(२)

त्यारू दगड शुभ छ
देवी देवता खुश छ
तेरु ढोल दमाऊं नाद
हेमाली भी दे साथ दीदा

ढोल दमाऊं .........(२)

संस्क्रती को जाप
तेरी अमीट छाप
पहड़ों कों आहो भाग्य
अब हुय्गे पुरान जमाँण की बात

ढोल दमाऊं .........(२)

लगद छान दीदा
कोयाडी धुन्प्याली
यी का कोयाडी पीछण
ढोल दमाऊं लोंप्याली

ढोल दमाऊं .........(२)

अब भी संभली जावा
मेष मेष की लावा
बंच्चुं दीदा थै सीखावा
ढोल दमाऊं बचवा

ढोल दमाऊं .........(२)

ढोल दमाऊं बजादी
सब थै दीदा बुलादी
थाप मा ओंक दीदा
हम थै भी नचा दी

ढोल दमाऊं .........(२)

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत

कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ