चलो गैरसैण
मील भी जाण तील भी जाण
उत्तराखंड की राजधानी बाण
मील भी गाण तील भी गाण
गैरसैण को राजधानी बाणणा
चल गयेला जवोंला गैरसैण जुला
अपरी माताभूमी थै राजधानी दुला
यैका बाण लडयाँ शहीदू आदरांजली दुला
वोंअका सप्नियुं थै साकार हम करुला
मील भी जाण तील भी जाण
उत्तराखंड की राजधानी बाण
मील भी गाण तील भी गाण
गैरसैण को राजधानी बाणणा
सीयीं सरकार थै अब जगण
वादों थै वोंकी याद दीलण
ये बात हमणु दिल्ली ली जण
जगा भूलह अब हम थै गैरसैण जाण
मील भी जाण तील भी जाण
उत्तराखंड की राजधानी बाण
मील भी गाण तील भी गाण
गैरसैण को राजधानी बाणणा
पहाड़ की प्रगती बाण
बात हमरी अब तू माण
मील नी अब तक जो सम्मान
लेणु छ हम थै वो माण
वो पहाड़ का गीत गोओला चल भूलह गैरसैण जुला
मील भी जाण तील भी जाण
उत्तराखंड की राजधानी बाण
मील भी गाण तील भी गाण
गैरसैण को राजधानी बाणणा
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ