क्या छु तेरु नमा
ये छुरी क्या छु तेरु नमा
ये छुरी कखक छे तेरु गमा
मी छु बीमाल पुँडी गावों
क्या पडी मेसे तेरु कमा
कखक बठै आयी छुरी ये बाट
के गवा जली ये बाट
कोटदवार बटी आयी
ये बाट पौड़ी जली ये बाट
चल बीमाल चल आज
पौड़ी बाजार घुमोला
तै दगडी माया का
गीत लागोअला
क्या लगदु छे तु मेरु
मी तै दगडी कीले ओलो
त्या दगडी की ले
माया लागोअला
ये छुरी क्या छु तेरु नमा
ये छुरी कखक छे तेरु गमा
मी छु बीमाल पुँडी गावों
क्या पडी मेसे तेरु कमा
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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