चाँद बदली
चाँद बदली मै छिपा
सितारों संग खिला
अंधियारी रात मै
चुपके से मीला
चाँद बदली मै छिपा
छान छान चांदनी
गीत गाये रागनी
प्रीत बडा संगनी
रीत निभा संजनी
चाँद बदली मै छिपा
अंगना मै खिला
रोज मुझे मीला
अगोश मै कभी
कभी करे गीला
चाँद बदली मै छिपा
मधमाती रात
का है ये समां
दो जीस्म जवां
छुना है आसमा
चाँद बदली मै छिपा
नटखट अदा
अटखेली फिजाँ
सनम सब से जुदा
मै जिश पर फ़िदा
चाँद बदली मै छिपा
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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