मी या नेता
बाजार मा देखा बिकणी
आज पाणी की बोटल
चल मील का चालुला
आज हम याणी होटल
जाण या सरकार च चलणी
कभी याखा झुखणी
कभी वाख झुखणी
टका का गदा मा जन लोटा णी
हम भी लुंटला खुब कमोला
एक बदली दस कमोला
भास्ताचार पणपोंला
नेता नेता हम खेलोला
बाजार मा देख आज
माट भी हम बीकोंला
हम भी क्या उन जैसा हुग्या
नेता भी हमरा मन बस्ग्या
नोट को क्या चमत्कार चा
आम जनता भी करणी नमस्कार अब
जगा ये जन जन
उठा पैइल शपथ हम लीव
ना हम पैन्षा खुओंला
ना कैथे खाणा दुला
हम हमर भूमी भटैक भास्त्चार मीटोंला
भारत थे भास्त्चार मुक्त बनोला
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ