कब होलो कब होलो
फिकर कैकीं
जो होलो तो होलो
जीकोडी कीले झुराणु
जो होलो तो होलो
टाका पीछा भागी भागी
कमरी कीले तुड़ाण
खैरी कैकीं
जो होलो तो होलो
दुःख कैंका बाणा
जो होलो तो होलो
प्रेम का धागा
आज मैन्ह्गा हैग्या
नोनी का नखरा
नका पर ब्स्ग्या
यों नखरा माथा
उपरी कीले धरण
चिंता कैकी
जो होलो तो होलो
प्रीत कैंकी
जो होलो तो होलो
मया नगरी अपरो
को भी ना अपरो
मया का सब का नाता
हे जग दाता
तूच बस अपरो
ई दुनीया दरी की
जो होलो तो होलो
मायादारी की
जो होलो तो होलो
म्यार गड़ देश मा
कण रीत चली चा
को को णी राई
भैई बंद का नाता
झाणी कखक लुकी
जब माटा का कूड़ा
सीमैनटा का हुग्याई
ओ दिन कब आला
कब होलो कब होलो
हम दगडी कण रहोन्ला
कब होलो कब होलो
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ