बदली गैण
बदली गैण जमाणु
बिसरी गै खैरी को कमाणु
बंजा पुंगडा हैल लग्णु
उजड़ा डंडा गीता लग्णु
बदली गैण जमाणु
म्यार बोडा णी बदली
वी टुपलू कुर्ता सुल्हरा धरी
हातमा हुडको भरी
गीच मा सइयां धरी
कखक बदली गैण जमाणु
सवेरा बठै शाम गीजींच
एक मैली साड़ी पैनीचा
रुज रुज सब का बाण
तील तील देख मोणीचा
मेरा भाभी बोई बोणीच
कखक बदली गैण जमाणु
काचा बाटा लुकैणी
काला साड़कीणी ढकैनी
पैदल चलद थ लोक
अब मोटर मा हीटैणी
बल बदली गैण जमाणु
पैल छुप छुप की मील्दी छे
अब खुलामा बीकदी
थैली थैली क्या बतच
अब विलायती बीकैणी
बल बदली गैण जमाणु
नेता बोलदी सुण
गड प्रगती आयींच
सब सुखी सुखी च
हमरी सब हरी हरी च
बल प्रगती आयींच
बदली गैण जमाणु
बिसरी गै खैरी को कमाणु
बंजा पुंगडा हैल लग्णु
उजड़ा डंडा गीता लग्णु
बदली गैण जमाणु
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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