मी ठेकदार
गों गों बाजार बाजार
देख माया का ठेकदार
क्या मची लुँट क्या मची छुट
दगडया तू भी गै लुँट
गों गों बाजार बाजार
देख माया का ठेकदार ........
हर की पैडी हरीदावर
माँ गंगा को पवन घार
उख भी बैठ्चन ठेकदार
भक्त का ठगना छान बारंबार
गों गों बाजार बाजार
देख माया का ठेकदार .......
कोटद्वार मा लगी बाजार
वख बस अड्डा बसों को आत्याचार
गड्वाली फुदणी बांदों गीतों का घुंघटा
बाडा बाडी दीदी दादा को बुरो हाला
खुट धराण कोण कखकच हाथ
गों गों बाजार बाजार
देख माया का ठेकदार .......
देहरदुन बाजार की क्याच बाता
वख खुल्याँ बड़ा बड़ा बाजार
ऐ सी को ठंडा मा दिदवो म्यार
भाव माला को देखैकी छूटों पसीना तालो
गों गों बाजार बाजार
देख माया का ठेकदार .......
मंदिर सडकी दुकान
सब मा बैठा ठेकदार
मंख्युओं थै खोज कभी अपडा
तुभी छे बेटा क्या हिस्सादार
गों गों बाजार बाजार
देख माया का ठेकदार .......
गों गों बाजार बाजार
देख माया का ठेकदार
क्या मची लुँट क्या मची छुट
दगडया तू भी गै लुँट
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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