देश जैसा था वैसा ही रहेगा
बस एक शतक और लग जाएगा
संचिन के मह्श्तक है इन्तजार
कब होगा ये चमत्कार
९९ मै अटक ये सितारा
बस इन्तजार भरा रहा पिछला एक फिर साल गया
मैने कहा कुछ इस तरंह उससे ये मेरे वक़त
बता दे तेरा नजारा सुखा पड़ा तेरा बल्ला
वानखेडै चोदह बरस का वनवास कब खतम होगा
कब जाके १०० शतक का शतक लगे गा
देश जैसा था वैसा ही रहेगा
बस एक शतक और लग जाएगा
अब तो आदत सी हो गयी हम सब को
मंहगाई त्रस्त कर गयी अब हमको
कभी पट्रोल बड़ा कभी रसोई गैस
कभी दल आटे का भाव गड़बड़ गया
सब्ज्जी मै भी होई कभी आपस मै जंग
फिर रहा तक रहे सभी
सचिन कब लगयेगा मह्श्तक
देश जैसा था वैसा ही रहेगा
बस एक शतक और लग जाएगा
जनलोकपाल लोकपाल के बीच छिडी बड़ी बहस
अन्ना और यू पी ये मै होई झड़प
शीतकालीन सत्र क्या बिल पास हो जायेगा
लगता है ये सत्र भी बहिष्कार बली चढ़ जाएगा
अब जाकार अब मुझे लगता सचीन सोंवा शतक लग जयेगा
और हम सब भूल जायेंगे और अपने अपने कम मै लग जायेंगे
देश जैसा था वैसा ही रहेगा
बस एक शतक और लग जाएगा
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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