आज जनमु
आज जनमु ये हिमाल...२
गढ़ देश गढ़वाल
मयारू धन धन भगा ....२
मी जनमु ये हीमला
आज जनमु ये हिमाल...२
बद्री -केदार मेरा भगवाना
पहाड़ों मा बघती गंगा धारा
शिव जाटा को लेण सहरा
भागीरती ण इस धारा उतारा
आज जनमु ये हिमाल...२
पांचा खंड मा पंच केदार
बद्री धाम बैठो बद्रीविशाला
अलखनंदा भागरीथी संगम
देव प्रयागा अलख जगा मयारू मन
आज जनमु ये हिमाल...२
माँ नन्दा जात यख
माँ भगवती को मंडण
पांडव भी ऐये यख
करणकोण स्वर्ग रूहण
आज जनमु ये हिमाल...२
संत साधु को देश ये
उत्तरछेत्र को परीवेस ये
देव भूमी च भूमी न्यारी
बोई सी अंग्वाल लगदी वा मेरी
आज जनमु ये हिमाल...२
आज जनमु ये हिमाल...२
गढ़ देश गढ़वाल
मयारू धन धन भगा ....२
मी जनमु ये हीमला
आज जनमु ये हिमाल...२
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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