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देखा सपनीयुं का उत्तरखंड



देखा सपनीयुं का उत्तरखंड

दीदी मेरी भूली मेरी 
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड 
क्या सोच लडै हमल 
आजाद करैं अपडु गढ़ 
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड ......

क्रांती मा लड़ खपा गैनी
ऊँ कुँ छे ये उत्तराखंड 
जब बाण गैनी मयारू खंड
हरची गैनी मयारू जन 
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड ......

गयार बरस बीती 
विपद णी सरैणी
मुलभुत सुविधा छुडा
राजधानी अधरतल लटकैणी
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड ......

बेटी बावरी की खैरी 
दीण दीण दूँण बडेणी
हाथ को कम को अभाव 
मैदानी और दोडैणी
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड ......

छह गढ़ को नारेणा
आयी बस देख ग्याई
चोदहा जिला सत्रह 
खेल खेल खेलल्याई 
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड .....

दुरु का ठेका ठेका 
गाम गाम खुलेणी 
सड़की णी रोऊडी 
पर दारू गंगा बोगैनी
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड ......

छुटा नणुना देखा 
सकोला को छुडैणी 
रोल्युं मा देख सुठा
बल मजदुर बनेणी 
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड ......

येच मेरु उत्तराखंड 
दीदा येच हमरु खंड 
बाल हठ चलेल दीदा 
इन लोगो थै णी जमैणी 
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड ..........

दीदी मेरी भूली मेरी 
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड 
क्या सोच लडै हमल 
आजाद करैं अपडु गढ़ 
देखा सपनीयुं का उत्तरखंड ......

ये तो नहीं सपनों का उत्तराखंड

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत

कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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