हम और तुम
रेत के समंदर पर युं घर बनान तेरा
लहरों संग बाहा शामियाना मेरा
तुम साथ देती हम साथ होते दिलबर
उस किनारे डुबा आशियाना मेरा
हम और तुम
गाता है दिल अब तराना तेरा
यादा आ रहा है हमे मुस्कुराना तेरा
बातों बातों पर रूठा जाना तेरा
चुपके से आ कर ओ गुन गुनान तेरा
हम और तुम
सागर के थापेडै युं याद आना तेरा
तुफान के इस घेरे युं समझाना तेरा
आती जाती हवाओं मै होना तेरा
विश्वास कश्ती मै पतवार धोना तेरा
हम और तुम
साहील के बाँहों लिखा ये फ़साना तेरा
नील ले गगन के तले ये दीवाना तेरा
तनहईयुं मै अकसर युं आंशों बहना तेरा
तडपात है सदा युं दुर हमसे चले जाना तेरा
हम और तुम
रेत के समंदर पर युं घर बनान तेरा
लहरों संग बाहा शामियाना मेरा
तुम साथ देती हम साथ होते दिलबर
उस किनारे डुबा आशियाना मेरा
हम और तुम
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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