गढ़ महन
गढ़ मा गढ़ महन
उतराखंड देवभूमी को मान
जय गढ़ नरेश जय गढ़ भगवान
जय बद्री जय केदारनाथ
गढ़ मा गढ़ महन
जगी जवां खोली का गणेशा ये
जगी जावा मोरा का नरैण ये
अल छल पल छल ये गढ़ धाम
चमकण रै तेरु ये ऊँचा हिमाल
गढ़ मा गढ़ महन
माँ भगवती को माँड़ण
नन्दा माँ को यख जात
चों तरफा छायु तेरु एक छत्र छल
बगती जा माँ गंगा ये गढ़ द्वार
गढ़ मा गढ़ महन
कैलाशा बैठा मेरा शम्भुनाथ
बद्री डाला का छाला बद्री विशाला
तेरु ये गाथा गूंजेये गढ़ गढ़ धाम
साधु संतों की नगरी ये पावन गढ़वाल
गढ़ मा गढ़ महन
गढ़ मा गढ़ महन
उतराखंड देवभूमी को मान
जय गढ़ नरेश जय गढ़ भगवान
जय बद्री जय केदारनाथ
गढ़ मा गढ़ महन
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी

0 टिप्पणियाँ