पहाडा की राणी
मीथै भी तीथै भी लै जाणी छे
जीप पहाडा मा लगदी स्वाणी छे
गों का माथा मा कभी टुक पुहँच जाण दी छे
गढ़ देश की सड़कीयूँ की राणी छे
मीथै भी तीथै भी लै जाणी छे...........................
समा-सुम होंयी सड़की मा
दूर भाटीक दीखा जाणी छे
मीथै देखा वा बुलाणी छे
बत्ती जलाणी बुझाणी छे
मीथै भी तीथै भी लै जाणी छे...........................
जी.ओ.मो. का राज्य हौंयाँ
सड़की सर र र दुआडी जाणदी छे
विपदा खैरी बगत जब बोलूं कोई
झट दुआडी की आ जांदी छे
मीथै भी तीथै भी लै जाणी छे...........................
बाटा बाटा भाटेक उठाणी छे
गों गों तक हम थै छुडी जाणी छे
पैंसा णीच कभी ना वा दल्काणी छे
गढ़ देश दगडी माया लगाणी छे
मीथै भी तीथै भी लै जाणी छे...........................
ब्यो बरती मा सेवा लाणी छे
थोडू सा मेवा ये भी खाणी छे
बरतीयुं दगडी दगडी नाचणी छे
दाण बुढयूँ थै खूब हँसाणी छे
मीथै भी तीथै भी लै जाणी छे...........................
रोजगार को नायु बाटा दीखाणी छे
पालयन समस्या ओषधी लगणी छे
गरीब भूलह दो नाणी कामणु छे
सरकार थै ये भी कटकणु छे
मीथै भी तीथै भी लै जाणी छे...........................
म्यार गढ़ देश की चूल्हों जलाणी छे
सीट फुलह हुग्य छाजा मा बीठाणी छे
तेडा मेडा सड़की मा पंमपंम बजाणी छे
गड्वाली गीतों की केसैट बजाणी छे
मीथै भी तीथै भी लै जाणी छे...........................
मीथै भी तीथै भी लै जाणी छे
जीप पहाडा मा लगदी स्वाणी छे
गों का माथा मा कभी टुक पुहँच जाण दी छे
गढ़ देश की सड़कीयूँ की राणी छे
मीथै भी तीथै भी लै जाणी छे...........................
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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