तेरे पीछे पीछे
तेरे पीछे पीछे चला आऊँगा
जीन्दगी तुझसे दूर कैसे रह पाऊँगा
तेरे पीछे पीछे चला आऊँगा
उदास ही सही तु साथ है
सुख ना सही गम तु पास है
इस मे भी मै गुनगुनाऊँगा
तेरे पीछे पीछे चला आऊँगा
आँखों से ना देख पाऊँगा
हाथों से ना तुझे छु पाऊँगा
आँसुं को हरदम बहाओंगा
तेरे पीछे पीछे चला आऊँगा
ऊषा की किरण चमकली
रात की गल्यारी वो अंधेरी
तेरी मुरत को भी उसमे पाऊँगा
तेरे पीछे पीछे चला आऊँगा
अंत वकत जब अयेगा
शरीर छुड आत्मा के साथ उड़ जाऊँगा
एक नया रूप लेकर फिर भी आऊँगा
तुझे छुडकर जीन्दगी कंहा जाऊँगा
तेरे पीछे पीछे चला आऊँगा
तेरे पीछे पीछे चला आऊँगा
जीन्दगी तुझसे दूर कैसे रहा पाऊँगा
तेरे पीछे पीछे चला आऊँगा
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी

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