विदेश गयुं बाबा
ध्यै लगाणु ,लगाणु मी ये बाबा ये बाबा
तु कखक लुकी, लुकी मेरा बाबा
जख भी दय्खी मील
बोई थै ही पाई मील
खोज्युं फिरू यख वख
बाबा तु मीलुल कखक
ध्यै लगाणु ,लगाणु मी ये बाबा ये बाबा
तु कखक लुकी, लुकी मेरा बाबा
बोई थै पुछी मील
दादा दादी थै पुछी
सबुल बोल मी थै
रुपया लाणु गयुं बाबा
ध्यै लगाणु ,लगाणु मी ये बाबा ये बाबा
तु कखक लुकी, लुकी मेरा बाबा
तब सोची मील
म्यार गढ़देश मा रुपया णी छीन
वैथा कमाणु कीले गै
विदेश मेरू बाबा
ध्यै लगाणु ,लगाणु मी ये बाबा ये बाबा
तु कखक लुकी, लुकी मेरा बाबा
घरबार गुओं-गौठायार
अपरू मुलुक तीज तियौहर
दादा दादी बोई मी थै छुडी
कीले उडी सात समुद्र पार
ध्यै लगाणु ,लगाणु मी ये बाबा ये बाबा
तु कखक लुकी, लुकी मेरा बाबा
लगी छे मीथै बाबा की खुद
बाबा बुडौली की लागी भुक
झट दोउडीकी ऐजा सुरुक
नींदी णी ऐणी बाबा ऐजा मुलुक
ध्यै लगाणु ,लगाणु मी ये बाबा ये बाबा
तु कखक लुकी, लुकी मेरा बाबा
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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