वादे
वादों का साथ
वादे ही तो हैं पास
लो आज फिर वाद करलें
एक दूजे को साजा करलें
खुशी तू होगी तब पास
जब हम ये गम आधा करलें
लो आज फिर वाद करलें
ये गम आधा करलें................
सात जन्मों की बात
आँखों ने की शुरवात
दिल ने दिया उस का साथ
तुम भी पखड़ लो आज मेरा हाथ
लो आज फिर वाद करलें
ये गम आधा करलें..................
कस्मै खायें वादे करलें
जीवन संग बह जायें
धरती आकश की तरंह
एक दूजे मै मिल जाये
लो आज फिर वाद करलें
ये गम आधा करलें..................
सागर के थपैडू मै
नदी की तरहा मिल जाये
मौजों की रवानगी मै
साहील से बार बार टकरायें
लो आज फिर वाद करलें
ये गम आधा करलें..................
वादों का साथ
वादे ही तो हैं पास
लो आज फिर वाद करलें
एक दूजे को साजा करलें
खुशी तू होगी तब पास
जब हम ये गम आधा करलें
लो आज फिर वाद करलें
ये गम आधा करलें................
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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