क्या मील
क्या मील …२
ये मेर जीन्दगनी मा ….२
क्या मील …२
उमरी गयाई
बस जेमैदारी मा ……२
क्या मील ...२
लिखी पडी स्कोल दरी मा
सीखी पडी बनु मी लाट साहब दरी मा
क्या मील …२
क ख ग नी साथ दयी कुटम दरी मा
ब्यो करी छुडी घरदारा यार दरी मा
क्या मील …२
खाणी पीणी बाण ये पहाडा छुटी
बाबा बोई बच्चा ये गढ़वाल छुटी
क्या मील …२
मोरगयुं मी यख कमै कमैकी
धोती कुर्ता रोटी सागा लै लै की
क्या मील …२
आज गयुं संसार छुडी की सब कैरी की
पर रहेगै खंत मी थै ये पहाड़ छुडी की
क्या मील …२
क्या मील …२
ये मेर जीन्दगनी मा ….२
क्या मील …२
उमरी गयाई
बस जेमैदारी मा ……२
क्या मील ...२
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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