उत्तराखंड देशा
ऐजा ऐजा ...२
मेरु गढ़देश मेरु भलो देश
मेरु उत्तराखंड देश.......................
किनगोड़ों कफालों को देशा
घुघूती हिलंसा को देशा
मेरु पहाड़ों को देशा
रीटा सुन पडयूँ गढ़ देशा
मेरु उत्तराखंड देश......................
खैरी विपदों को देशा
तब छुडी गै तो परदेशा
बैठालूं बच्चों दाणु को देशा
मेरु ढुंगुं को देशा
मेरु उत्तराखंड देश..........................
उकाली मा चाडी लगी ठेशा
तब दोऔडी भागी उन्दारों का देश
काँटों चुबी खोटोमा को देश
म्यार बांजा पुंगडों का देश
रीटा होआ मन्ख्यों का देश
मेरु उत्तराखंड देश................................
उजाड़ पडी डंडा कंडा
उजड़ा आज सरू गढ़ देशा
रास्ता देखना छिण देखा अब
अप्रू पितृ इस्ट देबता
म्यारी टूट्या सप्नीयु का देशा
मेरु उत्तराखंड देश.......................
ऐजा ऐजा ...२
मेरु गढ़देश मेरु भलो देश
मेरु उत्तराखंड देश.......................
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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