बेटी ब्वारी मेर माया
माया माया माया रै
माया लगी माया लगी माया लगी रै
भुमी मा भुमी का भुम्याला सी माया लगी रै
पहड़ों मा बाटों सी माया लगी रै
देख कंण खताणी म्यार गढ़ देश माया रै
ऐजा ईजा म्यारा उत्तराखंड देश रै
ले जा उपरी आपरा दगडी ऐ माया रै
माया लगी रै माया लगी रै ...............
कफालो कीन्गोड़ों हिशुओंला तिमालों सी माया
बांसं कंडू अंजडॉ कंडली मा छुपी माया
उकालुमा उन्दारू मा हिटनी यख माया
देवदार चिनार डाला डाली मा बसी हर्यालो माया
उंचा उंचा हिमाल शिखरों मा दबी देबतों की माया
गदनीयुं रुलुंमा मा बुगाणी गढ़ देशा की माया
माया लगी रै माया लगी रै ...............
म्यारा ईस्ट देबता पितृ देबता की माया
म्यार देवों की धामों की माया संतों की छ्वों छ्या
हरी द्वार के द्वार की माया मोक्ष मार्ग की माया
अलखन्दा भाघीराथी गंगा की माया
कणी उजली दींण रात की या विलक्षण माया
तेडा मेडा सड़की मा बीछी च यख गढ़ माया
माया लगी रै माया लगी रै ...............
देख जख भी वख माया माया बचणी च आज
एक दूजा का रिश्ता निभाणी च आज
गढ़ देशा की संस्क्रती दिखणी च आज
आपनो थाई घार वा बुलाणी च आज
बाटा वोंका का देख हेराणी च आज
म्यारा देशा की माया पहडा की बेटी ब्वारी मेर माया
माया लगी रै माया लगी रै ...............
माया माया माया रै
माया लगी माया लगी माया लगी रै
भुमी मा भुमी का भुम्याला सी माया लगी रै
पहड़ों मा बाटों सी माया लगी रै
देख कंण खताणी म्यार गढ़ देश माया रै
ऐजा ईजा म्यारा उत्तराखंड देश रै
ले जा उपरी आपरा दगडी ऐ माया रै
माया लगी रै माया लगी रै ...............
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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