कखक गै बोयै ?
अंख्युमा आँसुं ऐगै
अंख्युमा ऐकी आँसुं छेगै
खुद ऐगै बोई तेरी खुद ऐगै
दणमण आँसुं रुलैगै
तेर मुखडी याद ऐगै बोई तेर मुखडी याद ऐगै
अंख्युमा ऐकी आँसुं छेगै ..............
देख बहणा छण बोई
ऐ तेरा ही गहणा छण
टिप टिप कैकी पुडण छण
तैथै ही खुज्याण छण
तेर मुखडी याद ऐगै बोई तेर मुखडी याद ऐगै
अंख्युमा ऐकी आँसुं छेगै ..............
कखक लुकी बोई मेरी
कखक गयाई छोडी मीथै
टाप टपराण जीकोड़ी मेरी
लप लपका पुट्गी मेरी ऐजा ऐजा तो दुआडी
तेर मुखडी याद ऐगै बोई तेर मुखडी याद ऐगै
अंख्युमा ऐकी आँसुं छेगै ..............
आज मील खाणु बनाई
लता कपड़ा मील धुलाई
तैर याद ऐ ऐकी रुलैई
आवाज दैणु बोयै तो कखक गै झट ऐ बोई
तेर मुखडी याद ऐगै बोई तेर मुखडी याद ऐगै
अंख्युमा ऐकी आँसुं छेगै ..............
अंख्युमा आँसुं ऐगै
अंख्युमा ऐकी आँसुं छेगै
खुद ऐगै बोई तेरी खुद ऐगै
दणमण आँसुं रुलैगै
तेर मुखडी याद ऐगै बोई तेर मुखडी याद ऐगै
अंख्युमा ऐकी आँसुं छेगै ..............
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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