"मुस्कुराना मेरा "
दर्द को छुपा मुस्कुराना पडा
अपनों की खुशी के लिये मुस्कुराना पडा!!
रहके दूर दूर मुस्कुराना पडा
देख उजाड़ गुलशन मुस्कुराना पडा !!
पहड़ो को गम दे मुस्कुराना पडा
यादों को तज कर मुस्कुराना पडा !!
आपनो को छोड़ कर मुस्कुराना पडा
आपनो को दर्द दे मुस्कुराना पडा !!
आपनी खुशी के लिये मुस्कुराना पडा
अपने परिवार के लिये मुस्कुराना पडा !!
दुखी तन मेरा फिर भी मुस्कुराना पडा
इस जीवन पथ पर मुस्कुराना पडा !!
मुस्कुरा मुस्कुरा कर मुस्कुराना पडा
अकेला लड़ता रहा पर मुस्कुराना पडा !!
क्या रंग लायेगा मेरा मुस्कुराना मेरा
या पागल कहलायेगा ये मुस्कुराना मेरा !!
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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