"बडुली"
डंडा कंडा की बडुली
बाटा घारा की बडुली !!
एक बाता की बडुली
कंण लागी ऐ बडुली !!
कंण बडुली लगी च
कु भ्ग्याँण याद कंणुच !!
कैंकी खोयी खोयों होलो
को मीथे बुलाणु वहालो !!
कंण बडुली लगी च ...............
देख मनखी की प्यास
कैगे जीकोडी ऐ उदास !!
याद कणी वहली वा
सोंजाडया लेकी एक घास !!
कंण बडुली लगी च ...............
बस ब्याली की बातच
बडुली लगी परबत च !!
गढ़ कुडा कुडा मा छाई
बडुली सबैर शाम च !!
कंण बडुली लगी च ...............
डंडा कंडा की बडुली
बाटा घारा की बडुली !!
एक बाता की बडुली
कंण लागी ऐ बडुली !!
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ