तेरा अंशुं
तेरा अंशुं पूंछदा पूंछदा
मेरा अंशुं ऐगै
तै थे बथोंदा बथोंदा
मेर जीकोडी तु रुलैगे
तेरा अंशुं पूंछदा पूंछदा................
पीड़ा तेरी
तैमा ही रैगै
यकुली यकुली
तु कैमा तु कहगै
तेरा अंशुं पूंछदा पूंछदा................
पुंगडी दगड
तु बचाण लगे छे
बंझा भगा अपरा
छुपाण तु लगी छे
तेरा अंशुं पूंछदा पूंछदा................
डाली डाली मा
तु अब हेरण लगी चा
कंडा उकालों का
अब चुबाण लगी चा
तेरा अंशुं पूंछदा पूंछदा................
छानी मा छन्याली
लैंदुरु गोउड सी वा
टपराण अन्ख्युं णी
मीथे देखण लगी छे
तेरा अंशुं पूंछदा पूंछदा................
तेरा अंशुं पूंछदा पूंछदा
मेरा अंशुं ऐगै
तै थे बथोंदा बथोंदा
मेर जीकोडी तु रुलैगे
तेरा अंशुं पूंछदा पूंछदा................
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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