मैया घर आयी
आयी है मईया मेरे घर
नौ दिनों नौ रातों के लिये
मेरी मैया कै लिये सजा सुंदर भवन
नौ दिनों नौ रातों के लिये
आयी है मईया मेरे घर
भक्तों लगाओ तुम अपना तन मन
नौ दिनों नौ रातों के लिये
जगाओ खुद को जगराते के लिये
नौ दिनों नौ रातों के लिये
आयी है मईया मेरे घर
शक्ती दाती दुःख हरती माता
नौ दिनों नौ रातों के लिये
सबकी अलग ख्याती ,फल दाती माता
नौ दिनों नौ रातों के लिये
आयी है मईया मेरे घर
भर देगी खाली भंडरा तू लगा भंडरा
नौ दिनों नौ रातों के लिये
तज लेगी तेरे जीवन सारे कष्ट तू उठा जर कष्ट
नौ दिनों नौ रातों के लिये
आयी है मईया मेरे घर
नौ भक्ती रूप मे समाई मेरी माता
नौ दिनों नौ रातों के लिये
लाल चुनर उडकर आयी मेरी माता
नौ दिनों नौ रातों के लिये
आयी है मईया मेरे घर
आरती प्रसाद के सजे देखो थाल
नौ दिनों नौ रातों के लिये
अखंड दिये की लो जलाओ दिन रात
नौ दिनों नौ रातों के लिये
आयी है मईया मेरे घर
मईया का जयकार लगाओ मेरे साथ
नौ दिनों नौ रातों के लिये
ढोलक ओर मंजीरों मारो अब थाप
नौ दिनों नौ रातों के लिये
आयी है मईया मेरे घर
भक्तों टूट जाये ना ऐ लय
नौ दिनों नौ रातों के लिये
मईया रखैगी सबका ख्याल
नौ दिनों नौ रातों के लिये
जोश मे उमडों भक्तों आज
नौ दिनों नौ रातों के लिये
आयी है मईया मेरे घर
जीवन भर का मैया जी का साथ
नौ दिनों नौ रातों के लिये
मैया जी आना अगले बरस भी मेरे घर
नौ दिनों नौ रातों के लिये
आयी है मईया मेरे घर
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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