बाबाजी मेरा क्ख्क छे
दादा दादी यख छन मेरा
मंजी मेरी यकुली किले
पुंछुणु छा ये सवाल मैसे ही मी
किंवी देल मी थैई जवाब कोई
दादा दादी यख छन मेरा
मंजी मेरी यकुली किले .............
पढाई लिखैई स्कूला जाणु मेरु
हेरदी रै बाबा तै थै पराणु मेरु
देखा बाबा बोई दगडी मी ओरों का पास
किले मेरा बाबाजी ना मेरा साथ
दादा दादी यख छन मेरा
मंजी मेरी यकुली किले .............
बार -तियोहरा मा मी बाबाजी खोजा
बाबाजी बचे मैसै चिठ्ठी ,मोबाईल भेष मा
कण करम करा व्होला पीछाण जन्म मील
ये जन्मा मीलणु मीथै वोंका फल
दादा दादी यख छन मेरा
मंजी मेरी यकुली किले .............
खोजी खोजी मी अब थगगयुं
बाबाजी गैन कै घार कै संसार
माया माया क्या छा ऐ माया
आपरा बाल बच्चों से क्या बड़ी ऐ माया
दादा दादी यख छन मेरा
मंजी मेरी यकुली किले .............
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बुधवार दिनांक १० /१० /१२ वक़त : ०९ :१० सवेरे
बालकृष्ण डी ध्यानी
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