रंगली पिंगली
रंगली पिंगली सारी मा
सुमा खूब जचनी चा सारी मा
बथा कों ये शोर शोर …..जोर जोर मा
उड़ गया यखा उड़ गया वख बथों का झोल्मा
रंगली पिंगली सारी मा
सुमा खूब जचनी चा सारी मा …2
सा रा रा रा रर र उडी गै सुमा
बथों दगडी सारी की पालो कु त्यरो छोर
रंगली पिंगली सारी मा
सुमा खूब जचनी चा सारी मा …२
खूब दिखणी सारी मा
बीलोजा बयाँ छुना सुमा हथों का तेरा चूड़ी मा
रंगली पिंगली सारी मा
सुमा खूब जचनी चा सारी मा …२
हारी लाल चूड़ी खनकाओ की
सुमा मै थै मै चुरानी या
रंगली पिंगली सारी मा
सुमा खूब जचनी चा सारी मा …२
नाका की नथुली, माथा की बिंदी,कणु की बोंदा वो
उंगली की मुंदरी,बजनी पैरा की पैजानी, वा तेरा गला का गुलूबांदा
मेरा पहाड़ की बांदा देखी कादगा यख दिल हरी
रंगली पिंगली सारी मा
सुमा खूब जचनी चा सारी मा …२
रंगली पिंगली सारी मा
सुमा खूब जचनी चा सारी मा
बथा कों ये शोर शोर …..जोर जोर मा
उड़ गया यखा उड़ गया वख बथों का झोल्मा
रंगली पिंगली सारी मा
सुमा खूब जचनी चा सारी मा …२
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
गुरूवार दिनांक ११ /१० /१२ वक़त : १० :२७ सेवर
बालकृष्ण डी ध्यानी
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