आज कुछ णी काम
बस माया राम
नी रेगे....२
यख अबै क्ख्क कामधणी
देश-विदेश मा आंखी किले टकराणी
रिंगा रिंगा लग्युंचा
मेरा गढ़ पालयन जूं लगयुंचा
बस यख चलणी एक ही नाणी
मनखी की जुनली कैल जाणी
बस माया राम बस माया राम
बस माया काम बस माया धाणी
णी रै यख णी रै वख
रेगे बस यख एक ही काम बस सीखैसैरी बस सीखैसैरी
दारू जुआ ताश माया को फैलों धोंवों
कंन मत मारी कंन मत मारी
मनखी की जुनली कैल जाणी
बस माया राम बस माया राम
अपरा अपरी मा ही रिटो मी
पराया खूंट्यों दगड़ हिटयूँ मी
गीता गढ़ा देश छोडी दूजों गीतों मा न्च्युं मी
कंन कापलाफूटो मेरु छोड़ा ऐ देबता धाम
कंन गै पीछने पीछने मी वै छाल
मनखी की जुनली कैल जाणी
बस माया राम बस माया राम
बस माया राम
नी रेगे....२
यख अबै क्ख्क कामधणी
देश-विदेश मा आंखी किले टकराणी
रिंगा रिंगा लग्युंचा
मेरा गढ़ पालयन जूं लगयुंचा
बस यख चलणी एक ही नाणी
मनखी की जुनली कैल जाणी
बस माया राम बस माया राम
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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