ना जै ऐजै
आन्खंयों मा ऐकी
सुपीनीया जगै की
ना जै ना जै दूर छोडीकी दिया बचनो थै तुडीकी
मीथै यकुली छोडीकी...२
दिया बचनो थै तुडीकी
आंसू की धारा
टिप टिप दा गार
वोंकी चा दगडी रे सदनी की
ना जै ना जै दूर छोडीकी दिया बचनो थै तुडीकी
मीथै यकुली छोडीकी...२
दिया बचनो थै तुडीकी
बुरंसा सा वो हिलंसा
कै लगो वो मैसे गाला
घुघूती ना जा बै अब घुरैकी
ना जै ना जै दूर छोडीकी दिया बचनो थै तुडीकी
मीथै यकुली छोडीकी...२
दिया बचनो थै तुडीकी
ऐजै ऐजै स्वामी
परती बौडी की
गढ़देश कू ना जै ईणी छोडीकी
ना जै ना जै दूर छोडीकी दिया बचनो थै तुडीकी
मीथै यकुली छोडीकी...२
दिया बचनो थै तुडीकी
आन्खंयों मा ऐकी
सुपीनीया जगै की
ना जै ना जै दूर छोडीकी दिया बचनो थै तुडीकी
मीथै यकुली छोडीकी...२
दिया बचनो थै तुडीकी
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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