
दिल में
दिल में कितना प्यार है .....२
मुख से क्यों इंकार है
दिल में कितना प्यार है
आंख अब लगती है मुझ को...२
हो गयी वो चार है
दिल में कितना प्यार है .....२
मुख से क्यों इंकार है
दिल में कितना प्यार है
तेरे रोने से रो देते हम ...२
हंसने में भी हम अब साथ है
तुमको कहना है बस इतना ..२
बस तुम्हरा ही ख्याल है
दिल में कितना प्यार है .....२
मुख से क्यों इंकार है
दिल में कितना प्यार है
अब तू हरपल के इस पल में ...२
बस तू ही मेरे पास साथ है
देख तू बैठी है दूर सनम ..२
धडकन में भी तू धडकी आज है
दिल में कितना प्यार है .....२
मुख से क्यों इंकार है
दिल में कितना प्यार है
दिल में कितना प्यार है .....२
मुख से क्यों इंकार है
दिल में कितना प्यार है
आंख अब लगती है मुझ को...२
हो गयी वो चार है
दिल में कितना प्यार है .....२
मुख से क्यों इंकार है
दिल में कितना प्यार है
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी

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