हिया बोलीले
देख वोंकी हंसी मा मेरी हंसी जोडिले
जीयु मेरु हिया से दोई घड़ी तू बोलले
देख वोंकी हंसी मा मेरी हंसी जोडिले .............
बेली ना जा ईनी तू दगडी तू ईनी छोंई लगा
दोई घड़ी तू भी हंसी ले मैथे भी तू हसंण दे
देख वोंकी हंसी मा मेरी हंसी जोडिले .............
खिद खिद की हैसेणु तेरु मेरु गढ़ देश मा
मेरु मन मा आज उल्ल्यार जिकोड़ तू भोरी गे
देख वोंकी हंसी मा मेरी हंसी जोडिले .............
बुरांस जानी खिल्दी रे प्योंली जनी हँसदी रे
सेब जनी लाल लाल मुखडी कू तेरु होल्ल्यार
देख वोंकी हंसी मा मेरी हंसी जोडिले .............
मेरु पहाडा की तू भगवती मेरी बेटी ब्वारी
इन आनंद मा ही रै तू सदनी मेरी डंडी कंठी
देख वोंकी हंसी मा मेरी हंसी जोडिले .............
देख वोंकी हंसी मा मेरी हंसी जोडिले
जीयु मेरु हिया से दोई घड़ी तू बोलले
देख वोंकी हंसी मा मेरी हंसी जोडिले .............
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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