पाड़ मेरु अधमुख
आज मेरा पाडे मा
अधमुख जो हन्दू वो तैर जांदू
माया मा आपरूं भरै जांदू
आज भी मेरा पाडे मा........................
कूड़ा मेरा पाडे का
वो माटा का छिन
दारा वोंका अधमुख छिन
आज भी मेरा पाडे मा........................
समय काल बदली
हैलो हया की कुदगली लगदी
अधमुख मेर धरती नी छुटी
आज भी मेरा पाडे मा........................
बड़ा वंहयाँ छुटयां
सेवा सोली की मीठी गोली खांयां
मिठस मिठसही पसरती जा
आज भी मेरा पाडे मा........................
आज मेरा पाडे मा
अधमुख जो हन्दू वो तैर जांदू
माया मा आपरूं भरै जांदू
आज भी मेरा पाडे मा........................
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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