प्रयास
ऐसे ना हालत
बस एक वो प्रयास
श्रम की
उस उद्यम की
कोशिश
की थी वो बात
सुझाव
हमेशा अपने साथ
चेष्टा की उसने
और परिहास
तजवीज़ ना दे
ना बैठ उदास
प्रयत्न ही
अब सफल बनायेगा
नाकामी अब
जीना सिखायेगी
प्रस्ताव है
अब मेरे पास
कब होगी
अब तेरी शुरवात
बस एक प्रयास !!!!!!
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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