ADD

ई आपदा कू जीमैदर कूच


ई आपदा कू जीमैदर कूच

भौत सोची समझी मील
फिर ऐ गीत मील लगाई बल
ई आपदा कू जीमैदर कूच.................

गढ़ मेरु अब राज्य बणी
उत्तरांचल कू बल उत्तराखंड बणी
ई आपदा कू जीमैदर कूच.................

गैरसैण गैर व्हाई यख
मील तब भी केलै चुप रैई बल
ई आपदा कू जीमैदर कूच.................

ज्दगा गढ़ सिपैसलार बणया
निरज्क व्हैकी सींदा राया
ई आपदा कू जीमैदर कूच.................

योजना की यख फौज बाणी
पैली टेहरी यख डूब ग्याई बल
ई आपदा कू जीमैदर कूच.................

सुरुंगो ण सारु गढ़ खैण द्याई
सड़की णी बल पाड़े थे काट दयाई
ई आपदा कू जीमैदर कूच.................

जंगलात सब रुख सुखा दिख्यां
चोरों ण डाळा बल चोर द्याई
ई आपदा कू जीमैदर कूच.................

इत्गा बार विपदा ऐई यख
तिल मिल चुप रै की कया पाई
ई आपदा कू जीमैदर कूच.................

एक उत्तराखंडी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ