सलाम दीदी
सलाम सलाम
दीदी आपको सलाम
कलम आज मुझको थाम
तू भी लिख दे आज
मेरी दीदी को सलाम
आपका का दी
अलग ही अंदाज है
रहे सलामत
जो आपके जज्बात हैं
सलाम सलाम
दीदी आपको सलाम
यूँ ही करुणा दी
बहती रहे यूँ हरदम
बड़े हाथ आपके
यूँ ही पल पल
सलाम सलाम
दीदी आपको सलाम
दिल से दी
आज मेरा भी सलाम है
लिखे हैं दो आखर मैंने
बाहे बस अश्रु की धार है
सलाम सलाम
दीदी आपको सलाम
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
बालकृष्ण डी ध्यानी
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