बेटी मेरी
जन्म दिवस
की बधाई बेटिया रानी
जाग्रती
मेरे भाग्या की जाग्रती
मेरे बाग़ की
छुई मुई कली
मेरी बेटी
मेरी वो नन्ही परी
कोंपल से आज
मुंह निकला था तू ने
मेरी बगिया में था
पहला पग आज डाला था तुमने
मेरे बाग़ की
छुई मुई कली
मेरी बेटी
मेरी वो नन्ही परी
चौबगला आंनद छाया था
आंगन में मेरे फरिश्ता आया
बौर हुई तब से दुनिया मेरी
मुझे पिताजी कहने वाला आया था
मेरे बाग़ की
छुई मुई कली
मेरी बेटी
मेरी वो नन्ही परी
आज सफेदी हुई मेरे घर की
पुताई हुई थी मेरे भाग की
जन्म दिवस है आज तेरा
भाग्य उदय तब से मेरा
मेरे बाग़ की
छुई मुई कली
मेरी बेटी
मेरी वो नन्ही परी
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
बालकृष्ण डी ध्यानी
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