आंखें क्यों नम साईं
पल में खुशी पल में है गम
साईं मेरे मेरी आंखें क्यों नम
पल में खुशी पल में है गम …
बस मै भजों माया के रंग
पीड़ा कैसी उठे साईं मेरे अंग
पल में खुशी पल में है गम …
बस अंदर मेरे बस बैठा अहम
जलूँ साईं मै दिखाओं किसे गम
पल में खुशी पल में है गम …
बाबा मेरे मै अब दर पे तेरे
तोड़ दो साई मेरे झूठे अहम
पल में खुशी पल में है गम …
मार्ग सत्य का दिखाओं साईं
मुझको अब अपना बनालो साईं
पल में खुशी पल में है गम …
अब मै तेरे हूँ हवाले बाबा
मार्ग मालिक दिखा दो बाबा
पल में खुशी पल में है गम …
पल में खुशी पल में है गम
साईं मेरे मेरी आंखें क्यों नम
पल में खुशी पल में है गम …
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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