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मेरे डंडियों कंडीयों कू


मेरे डंडियों कंडीयों कू

मेरे डंडियों कंडीयों कू मुल्का
अब हरचण लगे
गदिनियों जनी मेरा मुल्की
अब बोग्ण लगे
मेरे डंडियों कंडीयों कू मुल्का ……………

ऊ दीणों कि छुई नी राई
रैंदा छा कबी एक मैका बाण ऊ
भै बंद कबि मिल्की दगड़ी कि
वीं दगड़ी आच क्ख्क हार्ची ग्याई
मेरे डंडियों कंडीयों कू मुल्का ……………

बीरड़्या आच ऊ बाटा दिंख्या
साम सुम हेरदा आँख्यां दिंख्या
पसरयूँ वहालू मरघट जनी
छोड़ी कि गयु वहलू अप्रू कुई
मेरे डंडियों कंडीयों कू मुल्का ……………

मील नी ईनी चुप चाप नी रैन
मिल बोलण मिल इनी बोल्दी रैन
ऐ सब देखिकी जीयु मेरु दुःखणू छे
मिल य्क्ली नी रुन तुम थे भी रूलेण
मेरे डंडियों कंडीयों कू मुल्का ……………

मेरे डंडियों कंडीयों कू मुल्का
अब हरचण लगे
गदिनियों जनी मेरा मुल्की
अब बोग्ण लगे
मेरे डंडियों कंडीयों कू मुल्का ……………

एक उत्तराखंडी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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