ADD

मुरख्याली नख्याराली


मुरख्याली नख्याराली

मुरख्याली नख्याराली बांद
दिल लूछि कि वा ले जांद

सोना कि गोळ नथुली का ऊ घेर
अत्कग्युं क्वी ऐमा इक्दा नि आण वैल कबै भैर

रंग-बिरंगी चूड़ी ऊ कांचा कि
रित निभै गे ऊ प्रित लगै गे ऊ पाड़ा कि

चम-चमकि बिंदी ऊ माथा कि
फजल- ब्योखोन बणिकी ऐ- गै ऊ पाड़ा कि

लस्का-द्स्का ऊ कमरि क जोर
बुढ्या-ज्वांण कू नगरी बस वै ओर

सड़कि का तिर ऊँ डांडीयूँ का गित अ
बांद दिके जांद खिले जांद पाड़ों मा हरी ओर

सजि-धजि वा बिगरेली नार
चौमासा कि वा पाडे कि ऋतू बहार

चांदी पैंजण बजणि छम-छम ऊँ खुटडियु मा
उकाळु-ऊंदरु ऊ बाटा-घाटा ऊ पुंगडियों मा

मुरख्याली नख्याराली बांद
दिल लूछि कि वा ले जांद

एक उत्तराखंडी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ