ADD

ये मेरु पहाड़


ये मेरु पहाड़

ये नीलू सरग
ये हैर-भैर छाला
गाड़-गादिनियों
पसरया छैला-बैला

मेरु मुल्क
ये मेरु गैल्या
जिणु कु सिख दे जांदी
रित यख का अलबेला

देबतों को ठों
ऋषि मुनियों कू गौं
उकालों कू ऊ मेरु बाटा
जंगलात देक थाटा ये लाटा

बौल्या बणाण दि
दिल लूची ले जांदी
एक बारि जो बि यख
ये धरणि मा आ जांदी

सबु थै सम्भाली
अपरु थे इनी खैलकरि
म्यारा ये डंडा-कांडा
म्यारा मायलदु पहाड़

एक उत्तराखंडी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ