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घैल पाड़ ,हर्ची बाट


घैल पाड़ ,हर्ची बाट

घैल घैल च पाड़
दैल फ़ैल पसरी दून बाट
उकालो का सुमसाम घाट
देक ले फिरेकी एक बार
घैल पाड़ ,हर्ची बाट

धै लगा दे मेरा दीदा
क्ख्क लुक्यां ऐ मेरा नेता
बारमंबार दिल्ली भगदा
पांच बरसा मा एक बारी दिक्दा
घैल पाड़ ,हर्ची बाट

रोज फाइलुँ चट्टा लगणु
बिण योजना पुल बणाणु
पड्या फ़ाइलों लेकि टक्का
फाइलुं बस तब हुनु निपटारु
घैल पाड़ ,हर्ची बाट

खै खै कि कद्ग खाला
पाड़ पीड़ा कब कनुडी पड़ला
बिज़ी मेरा मंत्री पाड़ा का
रंगरिला ऊँ का कब थमाला
घैल पाड़ ,हर्ची बाट

ब्याल बि बिरड़या छा
आच बि वा बिरड़या छन
म्यारा पाड़ा म्यलदु बाटा
आंखी व्हैकि बि आच हर्ची छन
घैल पाड़ ,हर्ची बाट


एक उत्तराखंडी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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