देख लिया आँखों ने तेरी
देख लिया आँखों ने तेरी …२ देख लिया
भेद ये दिल का खोल दिया हाय ये बोल दिया
आँखों ने तेरी बोल दिया …२ देख लिया
देख लिया आँखों ने तेरी …२ देख लिया
वो देखना तेरा निहारना मुझको…२
काले मणि काले धागों से घेरना मुझको घेर लिया
मांग को सिंदूर संग पेर लिया …२ देख लिया
देख लिया आँखों ने तेरी …२ देख लिया
साँसों को मेरे जो अब तक पता था
अपनों से भी जो अब तक यूँ जुदा था जोड़ा दिया
सात जन्मों का रिश्ता जोड़ा दिया …२ देख लिया
देख लिया आँखों ने तेरी …२ देख लिया
ख़्वाब ना रह तो बन जा हकीकत
आ चली आ पास मेरे तू बन के मेरी किस्मत
ना छोड़ जा ना तोड़ा जा सपनों को मेरे तोड़ दिया …२ देख लिया
देख लिया आँखों ने तेरी …२ देख लिया
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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