मै पहाड़ी
मै पहाड़ में रहने वाला हूँ
मै पहाड़ी हूँ
गिरिपाद के राह हमारी
शैल कि तरह निगाह हमारी
मै पहाड़ में रहने वाला हूँ
मै पहाड़ी हूँ
पर्वतश्रृंखलाओं ये दरवाजे मेरे
अटखेली लेती नदियाँ बाहें मेरी
मै पहाड़ में रहने वाला हूँ
मै पहाड़ी हूँ
राग पहाड़ी,विलुप्त बोलीयां
बोल पहाड़ी किस ओर जायें
मै पहाड़ में रहने वाला हूँ
मै पहाड़ी हूँ
कठनाई भरी डगर हमारी
झुंज रहा अकेला मै पहाड़ी
मै पहाड़ में रहने वाला हूँ
मै पहाड़ी हूँ
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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