रिश्ते आज
खूंटी पर टंगे हैं रिश्ते आज
देहली पर सजे हैं रिश्ते आज
बोतल साथ बैठे रिश्ते आज
ध्यानी के साथ उदास हैं रिश्ते आज
बेरोजगार हैं रिश्ते आज
कामचोर बने हैं रिश्ते आज
हाथ उठ देते हैं रिश्ते आज
जनाजे से दूर खड़े हैं रिश्ते आज
आँखें फरेब के रिश्ते आज
दान दहेज़ के रिश्ते आज
बेवफा प्रेम के रिश्ते आज
घर बंटवारे के रिश्ते आज
साथ धोखे के रिश्ते आज
बस एक मौके मोहताज रिश्ते आज
करें किस पर विशवास झूठे रिश्ते आज
अब ना सुने फरियाद रिश्ते आज
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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