ADD

परिंदा सा दिल



 परिंदा सा दिल

परिंदा सा दिल दिल
दुनिया कातिल कातिल
परिंदा सा दिल

बंधे पग मेरे मेरे
जोड़े वो संग तेरे तेरे
परिंदा सा दिल

खुले रहने दे पंखों को मेरे मेरे
ना जकड़ अंगों से तेरे तेरे
परिंदा सा दिल

परिंदा सा दिल दिल
दुनिया कातिल कातिल
परिंदा सा दिल

एक उत्तराखंडी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ