परिंदा सा दिल
परिंदा सा दिल दिल
दुनिया कातिल कातिल
परिंदा सा दिल
बंधे पग मेरे मेरे
जोड़े वो संग तेरे तेरे
परिंदा सा दिल
खुले रहने दे पंखों को मेरे मेरे
ना जकड़ अंगों से तेरे तेरे
परिंदा सा दिल
परिंदा सा दिल दिल
दुनिया कातिल कातिल
परिंदा सा दिल
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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