देर नि व्हाई अबैर नि व्हाई
देर नि व्हाई अबैर नि व्हाई
अपरू की खुद फिर बौडी ऐ रूले गैई
देर नि व्हाई अबैर नि व्हाई
कया कना व्हाला म्यार बाबा बोई
आँखि थे बोलिदे माँजी ना इनि रूले जैई
देर नि व्हाई अबैर नि व्हाई
झंगुरा कू कपलू खाटू मिथु ईजा
आषाढ़ कु मैणा बरखा कु बीजा तीजा
देर नि व्हाई अबैर नि व्हाई
कौथिग जाला माँ सब भैना भाई
ऊँ थे जाँदा देकी की कया मेर खुद ऐई
देर नि व्हाई अबैर नि व्हाई
परानु तिसु रैगे गौळी इन उबिगे मेरु
जीकोडी बोली मी चखुली जनि फेरा मारू
देर नि व्हाई अबैर नि व्हाई
धीर देंदी रेंदी सदनी तेर मयाल्दी मुखडी
नींदि नि ऐनी ईजा तू ऐजा ऐ सुप्नी
देर नि व्हाई अबैर नि व्हाई
देर नि व्हाई अबैर नि व्हाई
अपरू की खुद फिर बौडी ऐ रूले गैई
देर नि व्हाई अबैर नि व्हाई
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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