गेडों मा अल्जी
गेडों मा अल्जी..अल्जी पंडि च …२
ये जिंदगी बे-फिक्री पंडि च..... बे-फिक्री पंडि च
गेडों मा अल्जी..अल्जी पंडि च
मेस दा मेस दा इन हर्ची गैई …२
जोड़ इन वैमा पड़ि खंत रै गैई..... खंत रै गैई
गेडों मा अल्जी..अल्जी पंडि च
बिचार ना कैर स्की पूछ ना स्की …२
घूम दि रै वा भिर भिर ग्याई भिर भिर ग्याई
गेडों मा अल्जी..अल्जी पंडि च
गेडों मा अल्जी..अल्जी पंडि च …२
ये जिंदगी बे-फिक्री पंडि च..... बे-फिक्री पंडि च
गेडों मा अल्जी..अल्जी पंडि च
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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