अल्मोड़ा बजार
अल्मोड़ा बजार
की वा मदिरा वाली गली
सुबेर ब्योखोन रात
टुंडा पड्या छन यख झांजी
कन रीत जुडी यख
ठेकों दगडी कन पिरित लगि
कच्ची पक्की की खोज मा
अपरुँ की सुध बुध हर्ची
कु व्हालु इनि पड़यूँ
कया सुप्निया वहाला ऐक टुटियुं
कन बेसुध निरजक सियुं
किले ये अवतार धरियूं
सब चुप छन
निर्भगी हमुन क्या कन
खुद अपरी मवशी खातेनु
हमुल कया बोण
अल्मोड़ा बजार
की वा मदिरा वाली गली
सुबेर ब्योखोन रात
टुंडा पड्या छन यख झांजी
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ