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एक वोट वो तेरा


एक वोट वो तेरा

अब देखो
उस नीति को
मिलाकर अब
इस नीति में
आज है वो बहुत
अपने से ही विचलित में
ढूंढ़ रही ना जाने
डुबाने वो
कौन सा क्षितिज
एक वोट वो तेरा

कमल खिला
हाथ उठा और आप बोला है
हर एक वो बड़बोला
जो राह में मिला
क्या खिलायेगा वो
क्या पिलायेगा वो
देखना कंही ना
वो फिर धोखा दे जायेगा
एक वोट वो तेरा

ग्राफ ऐसा चढ़ा
नशा और ऐसा बढ़ा
जीत भाई जीता भाई
अब तो हम तुम
पांच साल का मिला दम
निकाल देना इन का दम
हो जायेगा हर दफन
तेरा कौन सा है कफ़न
एक वोट वो तेरा

एक उत्तराखंडी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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